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Wednesday, April 2, 2008

क्या तुम कभी ये सोचते हो


क्या तुम भी कभी ये सोचते हो
की में तुम्हारी कौन हूँ
हम तुम अचानक एक दिन मिले
बन गए एक दुसरे के खास
काश ...एक दिन कोई मिला
और आ गया दिल के कितना पास
कभी तुम ये सोचते होगे की
किसी दिन अचानक युही .....
कोई और न आ जाये
मेरे इस दिल के करीब
जहाँ तुम रहते हो अभी
और आके कहीं न लेले तुम्हारी जगह

तुम ये सोचकर परेशां हो जाते होगे
अचानक से ख्यालो में में खो जाते होगे
तो में तुमसे कहना चाहूंगी
तुम जान बनकर हर पल
सीने में धड़कते हो मेरे
बनके लहू तुम रग रग में समाये हो
अब जान को निकाला तो मेरा जिस्म भी मर जायेगा
होगा न लहू रगों में तो जिस्म क्या कर पाएगा