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Monday, August 23, 2010

राखी ..बंधन है प्यार का, विश्वास का..



राखी ..बंधन है प्यार का, विश्वास का..

मतलब ...राखी बहन इस विश्वास के साथ भाई की कलाई पर बांधती है की भाई उसकी रक्षा के लिए इस बंधन में बंधा उसके साथ सदा रहेगा.भाई भी बहन के विश्वास को पूरा कर सके इसके लिए पूरी कोशिश करता है.हर भाई बहन का प्यार इस बंधन से और मजबूत बनता है .
भारत देश में ही ऐसा होता है की हर रिश्ते में प्यार और विश्वास का भरपूर साथ होता है. मगर देखने में आ रहा है की कुछ समय से भारत में भी पाश्चात्य सभ्यता के अनुसार ही सब लोग अपने तक सिमटने लगे है. अब भाई और बहन के लिए ये राखी का त्यौहार महज एक परम्परा निभाने का प्रतीक है. खाना पूर्ति के लिए ही सही ये त्यौहार मना लिया जाता है. पर क्या बिना प्यार और अपनेपन के इस त्यौहार को बनाना सार्थक है ? मेरे हिसाब से तो कतई नहीं.
हर रिश्ता फलता फूलता है सिर्फ और सिर्फ प्यार के आधार पर.बिना इस आधार   के रिश्ते का कोई अस्तित्व ही नहीं बचता . ये त्यौहार जो हम पुराने ज़माने से बनाते आ रहे है इसका आधार बस प्यार है उअर इसलिए इन परम्पराओ को प्यार के साथ निभाने का हम सभी को संकल्प करना चाहिए.क्यों की भारत में ही ऐसा होता है प्यार और विश्वास के साथ सब रिश्ते आपस में मजबूती से गुंथे है . और हर साल ये त्यौहार जब भी आता है भाई बहन के प्यार को नयी मजबूती देके जाता है. हर लम्हा इस दिन यही बताता है की भाई और बहन की मायने बहुत है एक दूसरे के लिए. और ये बात सिद्दत से जो महसूस करता है वो वह इंसान होता है जिसकी भाई या फिर बहन नहीं होती है.

आइये अपने इस प्यारे से त्यौहार पर हम सबही अपने भाई या बहन को अपने प्यार का अहसास प्यार एक साथ कराये और अपने बंधन को एक मजबूती प्रदान करे.ताकि बचपन से संग रहा और पला बढ़ा ये रिश्ता सदा हसता  रहे एवं फलता रहे .

आप सभी को रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाये.

3 comments:

Udan Tashtari said...

रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ.

gyaneshwaari singh said...

शुक्रिया आपको भी बधायी

विजय तिवारी " किसलय " said...

सखी,
सर्वप्रथम रक्षाबंधन की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ.
इस पावन पर्व पर आपकी पावन अभिव्यक्ति के आभार.
हम आपकी भावनाओं की कद्र करते हैं.
काश! मेरी भी बहन मुझे राखी बाँधती होती.
आपने सही कहा कि, जब भी किसी चीज का अभाव होता है ,
तब ही उसकी कीमत का अंदाजा लगता है.
आपका
- विजय , जबलपुर