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Monday, September 13, 2010

गणेश उत्सव कि सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.

ओम गणेशाय नम:
आज कल गणेश उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है.गणेश उत्सव महाराष्ट्र में विशेष तौर पर मनाया जाता है.पर यह हिंदू धर्म को मानने वाले लोग हर जगह पर मनाते है. गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है. गणेश जी का स्थान हिंदू समाज में किसी भी शुभकार्य हेतु प्रथम पूज्य है. गणेश जी का शरीर हाथी और आदमी दोनों को मिला कर माना जाता है.गणेश जी कि संपूर्ण संरचना हैमें बहुत कुछ बताती है या कहे सीख देती है. आइये हम क्या क्या सीख सकते है किस भाग से यह जाने.
बड़ा सिर :- बड़ा सोचना सिखाता है.
कान :- गणेश जी के बड़े-बड़े कान हमें जयादा सुनने कि सीख देते है.
छोटी आंखे:- गणेश जी छोटी आँखे अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना सिखाती है.
गणेश जी के हाथ का फरसा या कुल्हाड़ी :- सभी प्रकार एक मोह बंधन को काटने कि हमें सीख देती है.
दूसरे हाथ का फूल :- लक्ष्य के नजदीक रखने कि प्रेरणा देता है .
छोटा मुंह :- कम बोलने कि प्रेरणा देता है .
एक दन्त :- अच्छाई को नजदीक और बुराई को दूर करने कि सीख देता है .
दुआयें :- अपनी शक्ति से मार्ग के संकटो को दूर रखने का महत्व बताती है.
सूड :- उच्च झमता एवं ग्रहण करने कि झमता
बड़ा पेट :- आराम से कोई भी अच्छी या बुरी चीज़ जिंदगी में पचाने कि सीख देता है .
लड्डू या मोदक :- साधना का फल
चूहा :- अपनी चाहतों पर अंकुश लगाने कि सीख देताहै..ये सिखाता है कि चाहतो को अपने अधीन रखना चाहिए ना कि उनके अधीन रहना चाहिए इंसान को.
प्रसाद :- पूरा संसार आपके द्वार


इस प्रकार गणेश जी का हर अंग हमें बहुत कुछ सिखाता है..और बेहतर जिंदगी जीने के काबिल बनाता है.


इस साल गणेश उत्सव ११ सितम्बर से २२ सितम्बर तक मनाया जायेगा..
गणेश जी आप सभी के सब दुखो को दूर करे.
गणेश उत्सव कि सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.



6 comments:

निर्झर'नीर said...

आपको भी गणेश उत्सव कि हार्दिक शुभकामनाएं."

विजय तिवारी " किसलय " said...

ganesh utsav kee aapko saparivaar shubhkaamnaayen.
- vijay

Akshitaa (Pakhi) said...

गणेश जी तो मुझे बहुत प्रिय हैं...सुन्दर रचना.
_____________
'पाखी की दुनिया' में आपका स्वागत है...

डॉ. जेन्नी शबनम said...

bahut badhiya vishleshan aur darshan...badhai sakhi ji.

Sharma ,Amit said...

ज्ञान वर्धक .. . अपने धर्म और भगवान् के बारे में ज्ञान होना बहुत ज़रूरी हैं

gyaneshwaari singh said...

शुक्रिया आप सभी का यहाँ पधारने के लिए.