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Tuesday, January 6, 2015

स्क्रबर

प्लेट और अन्य बर्तन काना फूसी कर रहे थे और स्क्रबर को देख कर हँस रहे थे (जिससे बर्तन पर सफाई की जाती है ).
स्क्रबर ने प्लेट और अन्य बर्तनों से कहा - की तुम सब मुझे देख कर क्यों हस रहे हो , सबने कहा - तुम कितने गंदे दिख रहे हो ?




तब स्क्रबर बोला- तुम्हें घिसता हूँ तो खुद को गन्दा करता हूँ पर मुझे तसल्ली इस बात की है की मैं मेरा काम इमानदारी से अच्छी तरह कर रहा हूँ और आप सबको नयी जैसी चमक दे रहा हूँ . 
उसकी बात सुन कर बर्तन झेंप गये ..सही बात तो ये थी वो जिस चमक पर इतरा कर हसे वो चमक स्क्रबर से ही मिली थी उन्हें. 
सखी सिंह

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